श्री वैष्णो
देवी धाम, वृंदावन
मेरे प्यारे मित्रों जैसा कि आप सब
जानते हैं कि मैं योगी वृंदावन में वास करता हूं तो चलिये आज आप सबको वृंदावन के
एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के बारे में बताता हूं। जब आप लोग वृंदावन में प्रवेश छटिकरा की ओर से करते हैं तो सबसे पहले
आप लोगों को माता रानी की एक विशाल काय मूर्ति के दर्शन प्राप्त होते हैं जो कि
माता वैष्णो देवी धाम के नाम से प्रसिद्ध है
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माता रानी की विशाल काय मूर्ति |
वृंदावन में श्री कृष्ण जी के अतिरिकत
ये माता रानी का भव्य मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है।
माता रानी के मंदिर में एक नई गुफा का
निर्माण भी किया गया है जिसके अंदर प्रवेश करने पर आपको माता रानी की सारी
शक्तियों के दर्शन प्राप्त होंगे व उनके बारे में जानकरी प्राप्त होगी। गुफा के
अंत में एक मूर्ति भैरव जी की भी है जिनहे भोलेनाथ का ही एक रूप माना जाता है।
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मंदिर में प्रवेश का कोई भी शुल्क नहीं
है। अगर कोई लॉकर का प्रयोग करना चाहता है तो लॉकर के लिए सामान्य शुल्क देय़ होगा।
मां वैष्णो देवी धाम में आपको निकास द्वार में प्रसाद के रूप में एक माता रानी के
चित्र का सिक्का और मिश्री मिलेगी।
माता रानी की नौ शक्तिया है :
1. माता
रानी अपने पहले स्वरूप में 'शैलपुत्री' के नाम से जानी जाती है।
2. माता
रानी अपने दूसरे स्वरूप में ‘ब्रह्मचारिणी’ के नाम से जानी जाती है।
3. माता
रानी अपने तीसरे स्वरूप में ‘चंद्रघण्टा’ के नाम से जानी जाती है।
4. माता
जी के चौथे रूप का नाम ‘कूष्माण्डा’ है।
5. माता
जी के पांचवे रूप का नाम ‘स्कंदमाता’ है।
6. माता
रानी के चठे रूप का नाम ‘कात्यायनी’ है।
7. माता
रानी के सतवे रूप का नाम ‘कालरात्रि’ है।
8.माता
जी के आठवे स्वरूप को हम ‘महागौरी’ के नाम से जानते हैं।
9. माता
रानी के नौवे स्वरूप को ‘सिद्धिदात्री’ के नाम से जाना जाता है।
अगले लेख में हम लोग माता रानी की सारी
नौ शक्तियो के बारे में विस्तार से जानेंगे।